2016 के विश्व कप तक भारत के कप्तानी के साथ कोई बदलाव ना हो

साल 2015 अपने आखरी पड़ाव पर है और भारत को अब इस साल में कोई एकदिवसीय मैच नहीं खेलना है| वर्ष 2015 में भारत कोई भी एकदिवसिय सिरिज नहीं जीत सका जिसकी वजह से धोनी की कप्तानी पर भी सवाल खड़े होने लगे है। भारत इस वर्ष की शुरुआत में विश्व कप में हिस्सा लिया जहॉ उसे सेमिफाइनल से वापस आना पड़ा उसके बाद भारत ने बांग्लादेश से हारकर सिरिज गवां दी और अब दक्षिण अफ्रिका से सिरिज 2-3 से हारकर एक भी सिरिज ना जीतने का रिकॉर्ड बनाया। और दूसरी ओर खराब फॉर्म के कारण टीम में ना चुने जाने की वजह से दो दीग्गज खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया ।

अब सवाल ये है की एक या दो सिजन में खराब प्रदर्शन की वजह से जो सेलेक्टर्स खिलाडियों को बाहर कर देते है वो ही सेलेक्टर्स माही पर मेहरबान क्यु। पिछले कुछ सालो से धोनी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है उसके बावजूद वो टीम के कप्तान बने हुए है| धोनी ने 2014-15 मे सिर्फ 5 फिफ्टी बनाया है और कोई शतक नहीं है फिर भी वो लगातार भारत की कप्तानी कर रहे है|

फिलहाल जो भी हो भारत को अपने ही धरती पर T20 विश्व कप खेलनी है और अगर इस समय कप्तानी से छेड़छाड़ किया गया तो भारत की टीम बनने से पहले बिखर जायेगी । इसिलिये बेहतर ये होगा की 2016 के विश्व कप तक भारत के कप्तानी के साथ कोई बदलाव ना हो और धोना को अपने भविष्य के बारे में जो भी फैसला लेना है विश्व कप के बाद लें।