कोच्चि: घरेलू समर्थकों की जबरदस्त हौसलाअफजाई के बीच केरला ब्लास्टर्स टीम ने रविवार को स्थानीय जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के तीसरे सीजन के दूसरे सेमीफाइनल के पहले चरण के मुकाबले में दिल्ली डायनामोज को 1-0 से हरा दिया। 50 हजार दर्शकों की मौजूदगी में खेले गए नाटकीय उतार-चढ़ाव से भरे इस मैच में विजेता टीम की ओर से हैती के स्ट्राइकर केरवेंस बेलफोर्ट ने 65वें मिनट में मैच का एकमात्र गोल किया। अब इसके बाद केरल को 14 दिसम्बर को दिल्ली का उसी के घर में सामना करना है। केरल की टीम अगर दिल्ली को उसके घर में गोलरहित या फिर किसी भी स्तर पर बराबरी पर रोकने में सफल रही तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी लेकिन इसके लिए उसे हार को टालना होगा।
बेलफोर्ट ने मैच का एकमात्र गोल सेड्रिक हेंगबार्ट के सहयोग से किया। 45वें मिनट में भी बेलफोर्ट ने केरल की टीम को खुशी मनाने का मौका दिया था लेकिन यह उन्हीं की गलती थी कि उनकी टीम उस समय बढ़त नहीं ले सकी थी।
पहले हाफ के अंतिम पल में बेलफोर्ट के प्रयास पर केरल की टीम ने गोल का जश्न मनाना शुरू कर दिया था। दर्शकों में भी अपार खुशी थी लेकिन तभी सहायक रेफरी ने अपना झंडा उठाकर संकेत दिया कि गोल करने के दौरान गेंद बेलफोर्ट के हाथ से टकराई थी।
गोल नकार दिया गया और इसके साथ केरल के खेमे में खामोशी छा गई। बेलफोर्ट ने यह प्रयास मार्कोस तेबार के गलत पास पर किया था। तेबार ने गेंद को अपने गोलकीपर को देने की कोशिश की लेकिन इसी बीच बेलफोर्ट तेजी से वहां पहुंचे और गेंद को छीनते हुए गोल करने की स्थिति में आ गए। गोल तो उन्होंने कर दिया लेकिन उससे पहले उनका हैंडबाल सहायक रेफरी की नजरों से बच नहीं सका।
बेलफोर्ट ने हालांकि अपनी उस गलती को सुधारते हुए दूसरे प्रयास में अपनी टीम को आगे कर दिया और फिर केरल की रक्षापंक्ति दिल्ली की अंग्रिम पंक्ति को बांधते हुए इस स्कोर की रक्षा करने में सफल रही। यह इस सीजन में घर में केरल की लगातार छठी जीत है।
दूसरे हाफ में गोल के कई प्रयास हुए और एक गोल हुआ भी। वैसे पहला हाफ खेल के स्तर के लिहाज से शानदार रहा था। दोनों टीमो ने काफी आक्रामक खेल दिखाया। इस हाफ में दोनों का पलड़ा बराबर रहा। मैच शुरू होने की सीटी बजने के साथ मैदान घटनाक्रम से भरपूर नजर आया। इससे स्थानीय समर्थक काफी उत्साही नजर आए।
केरल की अग्रिम पंक्ति के बीच बेहतर संयोजन और संतुलन दिख रहा था और वे लगातार दिल्ली की रक्षापंक्ति के लिए मुश्किल पैदा कर रहे थे। दूसरी ओर, मार्सेलो लीते परेरा ने केरल की रक्षापंक्ति को खूब परेशान किया।
घरेलू माहौल में मुकाबला होने के कारण केरल की टीम दिल्ली पर भारी पड़ी। मजेदार बात यह है कि केरल ने इससे पहले अपने घर में दिल्ली पर कभी जीत हासिल नहीं की थी। 2014 के बाद से इन दो टीमों के बीच यहां कोच्चि में चार मैच हुए हैं और केरल को एक मैच में हार मिली है जबकि दो मैच ड्रॉ रहे थे।
लीग स्तर पर इन दो टीमों के बीच इस सीजन में कोच्चि में खेला गया मैच गोलरहित बराबरी पर समाप्त हुआ था जबकि दिल्ली की टीम ने अपने घर में हुए दूसरे मैच में केरल को 2-0 से हराया था। इसी जीत के साथ दिल्ली ने लीग स्तर में घर में तीन मैच ड्रॉ रहने के बाद विजयी शुरुआत की थी।