गोवा, 30 अक्टूबर। मार्सेलो लीते परेरा और रिचर्ड गाद्जे के गोलों की मदद से दिल्ली डायनामोज ने रविवार मेजबान गोवा को हराकर हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के तीसरे सीजन में दूसरी जीत दर्ज की। अपने घर में गोवा की यह लगातार तीसरी हार है।
दिल्ली ने बीते सीजन का फाइनल खेल चुकी गोवा टीम को फातोर्दा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए इस सीजन के अपने सातवें मैच में परेरा द्वारा 72वें और गाद्जे द्वारा 76वें मिनट में किए गए गोलों की मदद से 2-0 से हरा दिया।
परेरा ने मैच का पहला गोल डोबलास सांटाना के पास पर किया जबकि गाद्जे ने परेरा के पास पर किया। शुरुआत से ही परेरा और गाद्जे गोवा पर हावी थे। पहले हाफ में तो उन्हें इसका फल नहीं मिला लेकिन दूसरे हाफ में बेहतर संयोजन के साथ ये अपनी टीम के लिए गोल करने में सफल रहे।
इस जीत ने दिल्ली को आठ टीमों की तालिका में 10 अंकों के साथ तीसरे क्रम पर पहुंचा दिया है। सीजन की इस पांचवीं हार से तालिका में गोवा को तो कोई नुकसान नहीं हुआ। वह पहले से ही आठवें स्थान पर मौजूद है।
दिल्ली की टीम ने इस कठिन मैच में बेहतरीन खेल दिखाते हुए गोवा के मुख्य कोच जीको के नाकआउट में पहुंचने के लिए 20 अंकों के लक्ष्य को हासिल करने के लक्ष्य को फिलहाल नाकाम कर दिया है।
जीको ने कहा था कि लीग के दूसरे चरण में ऊंचे मनोबल के साथ प्रवेश करने के लिए उनकी टीम को हर हाल में दिल्ली को हराना होगा। गोवा को सात मैचों में सिर्फ एक जीत मिली है और एक मैच ड्रा रहा है।
दिल्ली के लिए यह आसान नहीं था क्योंकि पहले हाफ में बेहतरीन खेल दिखाने के बाद भी उसकी अग्रिम पंक्ति गोवा की रक्षापंक्ति को छका नहीं सकी थी लेकिन दूसर हाफ में गियानलुका जाम्ब्रोता ने न जाने अपने खिलाड़ियो को क्या घुट्टी पिलाई कि वे एक के बाद एक दो गोल करते हुए जीत पक्की करने मे सफल रहे।
पहले हाफ में दोनों टीमों ने बेहद मनोरंजक खेल दिखाया। इस हाफ का खेल इतना रोमांचक था कि लोगो के लिए मैदान से एक सेकेंड के लिए भी नजरें हटाना मुश्किल था।
दिल्ली ने अपने अंदाज में खेल की शुरुआत की और शानदार पासिंग की। घरेलू टीम हालांकि पहले हाफ में अधिक खतरनाक दिखी क्योंकि उसने बेहतर मौके बनाए।
गोवा के लिए मंडार राव देसाई 26वें मिनट में एक बेहतरीन मौका बनाया था। वह गोल करने के काफी करीब थे लेकिन गेंद क्रासबार से टकराकर लौट गई। दूसरी ओर, दिल्ली की ओर से गाद्जे को 36वें और 45वें मिनट में गोल करने के अच्छे मौके मिले लेकिन वह उन्हें भुना नहीं सके।
एक टीम जहां गेंद अपने पास रखने के मामले में बीस रही जबकि दूसरी ने आक्रमण में बाजी मारी। इस लिहाज से पहले हाफ का स्कोर दोनों टीमों के प्रयासों के साथ न्याय करता नहीं दिख रहा था लेकिन दूसरे हाफ में दिल्ली ने खुद को श्रेष्ठ साबित करते हुए इस सीजन में अपनी दूसरी जीत दर्ज की और खुद को सेमीफाइनल के लिए जरूरी शीर्ष-4 में पहुंचाया।