गुवाहाटी, 27 अक्टूबर। मुम्बई सिटी एफसी के हाथों तालिका में शीर्ष से बेदखल किए गए नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी को हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के अपने अगले मुकाबले में एटलेटिको दे कोलकाता से भिड़ना है। यह मैच इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में शुक्रवार को होगा और इसे जीतकर मेजबान टीम एक बार फिर से शीर्ष पर पहुंचना चाहेगी।
इसी तरह का मकसद लेकर पहले सीजन की विजेता कोलकाता की टीम भी मैदान पर उतरेगी। कोलकाता के छह मैचों से नौ अंक हैं और वह तालिका में तीसरे स्थान पर है। नार्थईस्ट के भी छह मैचों से 10 अंक हैं और वह दूसरे स्थान पर है। मुम्बई 11 अंकों के साथ पहले स्थान पर है। शुक्रवार को गुवाहाटी में जो भी टीम जीतेगी, वह शीर्ष पर पहुंच जाएगी।
कोलकाता को अपने अंतिम मुकाबले में मुम्बई से ही हार मिली थी। दूसरी ओर, नार्थईस्ट को अपने अंतिम मैच में मौजूदा चैम्पियन चेन्नयन एफसी के हाथों हार का स्वाद चखना पड़ा था।
नार्थईस्ट के मुख्य कोच नीलो विंगाडा ने मैच से पहले कहा-हमारी टीम में क्षमता और प्रतिभा है। हम नए घटनाक्रम को अंजाम दे सकते हैं। हमें बस थोड़ा बहुत भाग्य के सहारे की जरूरत है। चेन्नई के खिलाफ भाग्य ने हमारा साथ नहीं दिया था। मेरा मानना है कि बाकी के सफर में भाग्य जरूर हमारा साथ देगा क्योंकि हम अच्छा खेल रहे हैँ।-
नार्थईस्ट ने आईएसएस की धमाकेदार शुरुआत करते हुए अपने शुरुआती दो मैच जीत लिए थे लेकिन इसके बाद से इस टीम ने कुछ खास नहीं किया है और बाकी के चार मैचों से सिर्फ चार अंक ही जुटा सकी है।
घरेलू मैदान पर वापसी इस टीम को आत्मविश्वास प्रदान करेगी। एसे में प्रोफेसर नाम से मशहूर इस टीम के कोच को इस बात को लेकर आत्मविश्वास होगा कि उनकी टीम एक बार फिर से शीर्ष पर पहुंच जाएगी।
दूसरी ओर, कोलकाता की स्थिति भी तालिका में अच्छी है। यह टीम शीर्ष पर निगाह लगाए हुए नार्थईस्ट को हराना चाहेगी और अपने चरम लक्ष्य सेमीफाइनल की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाना चाहेगी।
वैसे इस टीम का भी हाल कुछ नार्थईस्ट जैसा ही है। इस टीम को भी बीते चार मैचों से सिर्फ चार अंक मिले हैं। मुम्बई से मिली हार उसे काफी खल रही होगी क्योंकि इसे जीतकर यह टीम शीर्ष पर पहुंच चुकी होती। यह लीग के इस सीजन में उसकी पहली हार थी।
कोलकाता को हालांकि शुक्रवार को डगआउट में अपने मुख्य कोच जोस मोलिना की गैरमौजूदगी में ही जीत हासिल करने का प्रयास करना होगा। मुम्बई के साथ हुए मैच के दौरान रेफरी के फैसले पर बार-बार आपत्ति जताने पर उन्हें स्टैंड में भेज दिया गया था।