पुणे, 17 अक्टूबर। एफसी पुणे सिटी ने सोमवार को बालेवाड़ी स्पोटर्स काम्पलेक्स मैदान पर खेले गए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के तीसरे सीजन के अपने चौथे मुकाबले में केरला ब्लास्टर्स को 1-1 की बराबरी पर रोक दिया। इस तरह पुणे ने घर में हार की हैट्रिक की शर्मनाक स्थिति को टाल दिया।
इस मैच से पुणे और केरला को एक-एक अंक मिले। चार मैचो में से पुणे एक में जीत और दो में हार मिली है जबकि एक मैच बराबरी पर रहा है। यह टीम तालिका में 7 स्थान पर पहुंच गई है। दूसरी ओर, केरल ने अब तक पांच मैच खेले हैं और उसे सिर्फ एक मैच में जीत मिली है। दो मैच उसका बराबरी पर छूटा है और दो में हार मिली है। यह टीम पांच अंकों के साथ तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है।
मैच का पहला गोल तीसरे मिनट में केरल के सेड्रिक हेंगबार्ट ने कर दिया था। हेंगबार्ट ने यह गोल मेहताब हुसैन के कार्नर क्रास पर एजराक माहामात का प्रयास नाकाम होने के बाद किया।
दरअसल, मेहताब का क्रास सीधे बाक्स के दाएं किनारे पर खड़े एजराक के पास पहुंचा था और उन्होने एक जोरदार प्रहार करते हुए गेंद को गोलपोस्ट की ओर भेजा लेकिन वह धर्मराज रावनन द्वारा रोक ली गई।
हेंगबार्ट वहीं खडे थे और जैसे ही गेंद उनके पैरों के पास आकर गिरी उन्होने उसे गोलपोस्ट में भेज दिया। यहां पुणे के स्टार गोलकीपर एडेल बेटे के पास कोई मौका नहीं था।
बेशक केरल ने इस गोल के माध्यम से बढ़त हासिल कर ली हो लेकिन इससे यह नहीं कहा जा सकता कि पहले हाफ में उसका दबदबा रहा। पुणे ने बराबरी का गोल करने के कई प्रयास किए। अगर ड्रामेन त्राओरे ने 24वें मिनट में गलती नहीं की होती तो उसी समय स्कोर 1-1 हो गया होता।
हुआ यह था कि अराता इजुमी ने बाईं ओर से एक बेहतरीन क्रास केरल के बाक्स में भेजा। कप्तान एरान ह्यूज इसका फायदा उठाने से पूरी तरह चूक गए। गेंद उन्हें छकाती हुई त्राओरे के पैरों के पास जाकर गिरी।
उन्हें बस गेंद को प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोलपोस्ट में डालना था लेकिन त्राओरे ने इतना समय ले लिया कि जोसू कुरियास ने उसके आगे पैर लगा दिया और गेंद दिशाहीन होकर बाहर चली गई। 33वें मिनट में केरला के स्टार स्ट्राइकर माइकल चोपड़ा को पीला कार्ड दिखाया गया।
इसी तरह पहले हाफ के इंजुरी टाइम में कप्तान मोहम्मद सिसोको को बाक्स में एक गोल करने वाली गेंद मिली लेकिन वह हेंगबार्ट द्वारा गिरा दिए गए। हेंगबार्ट ने गेंद पाने के लिए सिसोको के आगे पैर लगाया था लेकिन वह इसे पा नही सके। हालांकि सिसोको जरूर गिर पड़े और पेनाल्टी का मांग की लेकिन रेफरी ने उसे नकार दिया।
यह सिलसिला यहीं नहीं रुका। 56वें मिनट में केरला के गोलकीपर संदीप नंदी ने जोसू कुरियास द्वारा गलत समय पर दिए गए बैक पास पर पुणे को गोल करने से रोका। अगर संदीप चूकते तो त्राओरे ने गोल कर दिया होता। दो मिनट बाद ही रावनन ने एक बेहतरीन क्रास पास केरला के बाक्स में भेजा, जिसे त्राओरे को सिर्फ हेडर के जरिए गोलपोस्ट में डालना था लेकिन वह लगातार तीसरे मौके पर चूक गए।
दूसरे हाफ में लगातार हमले कर रही पुणे की टीम को 68 वें मिनट में आखिरकार सपलता मिल ही गई। यह सफलता उसे कप्तान सिसोको ने दिलाई। सिसोको पहले हाफ की इंजुरी टाइम में बाक्स में हेंगबार्ट द्वारा गिरा दिए गए थे।
लीवरपूल और युवेंतस जैसी दिग्गज टीमों के लिए खेल चुके सिसोको ने 68वें मिनट में एक बेहतरीन वाली के दम पर अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया। कप्तान ह्यूज ने इसे रोकने की कोशिश की लेकिन गेंद उनसे सिर्फ डिफलेक्ट होकर गोलपोस्ट में घुस गई।
केरल ने हालांकि पांच मिनट बाद ही जवाबी कार्रवाई की लेकिन पुणे के गोलकीपर एडेल बेटे ने फारूख चौधरी के इस प्रयास को पूरी तरह नाकाम कर दिया। जवाब में पुणे ने 78वें मिनट में एक हमला किया लेकिन त्राओरे एक बार फिर अपनी टीम के लिए सफल योगदान नहीं दे सके।